Thursday, November 19, 2015

शिव सेना, राम सेना, हिन्दू सेना टाइप संगठनों की नहीं है ज़रुरत

(20 अक्टूबर 2015)
कालिख लगाने वालों को क्या इतनी भी अक्ल नहीं कि जिसे वह कालिख लगाते हैं, उसका चेहरा चमक जाता है और सारी कालिख उन्हीं के चेहरे पर आ लगती है?
वैसे मैंने सुना है कि आजकल बहुत से लोग पैसे देकर अपने मुंह पर कालिख लगवाते हैं, इसीलिए जब उनके मुंह पर कालिख लगा दी जाती है तब वे बहुत खुश होते हैं और जब तक उनका मीडिया-व्यापार पूरा नहीं हो जाता, तब तक कालिख नहीं धोते।
बहरहाल, ये शिव सेना, राम सेना और हिन्दू सेना टाइप संगठनों की देश को कोई ज़रुरत नहीं। देश में एक ही सेना काफी है और वो है- भारतीय सेना।

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